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Virus Ka Full Form क्या होता है? | Virus Full Form in Hindi

Virus Ka Full Form, वायरस का फुल फॉर्म क्या होता है, वायरस क्या है, वायरस का पूरा नाम, वायरस का अर्थ, वायरस कितने प्रकार का होता है, वायरस को कैसे खत्म करें इत्यादि जैसे प्रश्नों का उत्तर आपको इस आर्टिकल में मिल जाएंगे।

क्या आप वायरस का फुल फार्म या वायरस से संबंधित किसी भी प्रकार के प्रश्न के उत्तर के लिए हमारे इस ब्लॉग पर आए हैं यदि आप वायरस से संबंधित किसी भी प्रकार के प्रश्न के उत्तर के लिए इस ब्लॉग पर आए हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आ गए हैं।

आज इस आर्टिकल में हम वायरस से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियों को देने वाले हैं बस आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। मैं वादा करता हूं हमारे इस आर्टिकल को पढ़कर वायरस से संबंधित आपके मन में जितने भी प्रश्न होंगे आपको उन सारे प्रश्नों के उत्तर मिल जाएंगे। तो चलिए शुरू करते हैं और वायरस के बारे में डिटेल्स में जानकारी प्राप्त करते हैं।

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Virus Ka Full Form :-

Virus Ka Full Form “Vital Information Resources Under Siege” होता हैं, इसका हिंदी उच्चारण ‘विटल इनफॉरमेशन रिसोर्सेस अंडर सीज’ होता है। इसके फुल फॉर्म का हिंदी भाषा में ट्रांसलेट ‘घेराबंदी के तहत महत्वपूर्ण सूचना संसाधन’ होता हैं।

V Vital
I Information
R Resources
U Under
S Siege

Virus Full Form in Hindi :-

ऊपर दी गयी जानकारी को पढ़कर अबतक आपको यह पता चल ही गया होगा कि Virus का फुल फॉर्म “Vital Information Resources Under Siege” होता हैं, Vital Information Resources Under Siege का हिंदी भाषा में मतलब ‘घेराबंदी के तहत महत्वपूर्ण सूचना संसाधन‘ होता हैं।

वायरस (Virus) घेराबंदी के तहत महत्वपूर्ण सूचना संसाधन

वायरस क्या है? (What is Virus in Hindi) :-

कंप्यूटर वायरस एक तरह का प्रोग्राम होता है जो हमारे कंप्यूटर में बिना हमारी अनुमति के आकर काम करता है और हमारे सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है। कंप्यूटर वायरस की एक खास बात यह होती है कि यह धीरे-धीरे अपने आप ही बढ़ता रहता है और हमारे पूरे कंप्यूटर को यह अपने चपेट में ले लेता है।

कंप्यूटर वायरस हमारे डिवाइस में उपस्थिति जरूरी फाइल, हार्ड डिस्क, विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर तथा ऑपरेटिंग सिस्टम को भी नुकसान पहुंचाता है। कुछ वायरस तो ऐसे होते हैं जो बिना आपके अनुमति के ही आपके सिस्टम में इंस्टॉल हो जाते हैं और आपके जरूरी डेटा को हैकरों तक पहुंचाने का काम करते हैं।

कंप्यूटर वायरस की वजह से प्रत्येक साल लगभग अरबों डॉलर का नुकसान होता है, कंप्यूटर वायरस से बचने के लिए प्रोग्रामर ने विभिन्न प्रकार के एंटीवायरस का निर्माण किया है। कंप्यूटर वायरस हमारे सिस्टम में बहुत तीव्र गति से फैलता है तथा यह वायरस एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम में अर्थात कंप्यूटर नेटवर्किंग की मदद से फैलता है, हमारे सिस्टम में ये वायरस कई प्रकार से फैल सकते हैं जैसे- वायरस से संक्रमित फ्लॉपी डिस्क, वायरस से संक्रमित सीडी, तथा वायरस से संक्रमित पेन ड्राइव इत्यादि जैसे उपकरणों की वजह से ये हमारे सिस्टम में बहुत तीव्र गति से फैलते हैं।

जिस तरह से जैविक वायरस हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं उसी प्रकार से कंप्यूटर वायरस हमारे कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाते हैं। 

कंप्यूटर वायरस के प्रकार (Types of Computer Virus) :-

कंप्यूटर वायरस बहुत से प्रकार के होते हैं जिनमें से कुछ मुख्य वायरसों के नाम निम्नलिखित प्रकार से हैं-

  • Boot Sector Viruses
  • Makro Viruses
  • Program Viruses
  • Multipartite Viruses
  • Stealth Viruses
  • Polymorphic Viruses
  • Active X Viruses
  • Resident Viruses
  • File Infected Viruses
  • Browser Hijacker etc.

इन सबके अलावा कुछ ऐसे मैलवेयर हैं जो वायरस के रूप में जाने जाते हैं इनके बारे में नीचे निम्न प्रकार से दिए गए हैं-

  • Computer Worms
  • Trojan Horse
  • Spam Virus
  • Zombies
  • Spyware etc.

कंप्यूटर वायरस किस प्रकार से काम करता है :-

कंप्यूटर वायरस, एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम होता है जिसे मनुष्य के द्वारा कोडिंग करके तैयार किया जाता है, यह अपनी एक कॉपी बनाने में पूरी तरह से सक्षम होता है। नेटवर्क के द्वारा इनकी copies एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर अटैक करती है तथा इसी प्रकार से यह एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तथा दूसरे कंप्यूटर से तीसरे कंप्यूटर पर फैलती रहती हैं।

कंप्यूटर वायरस भी बायोलॉजिकली वायरस की तरह ही काम करते हैं जिस प्रकार से बायोलॉजिकल वायरस पहले एक मनुष्य के अंदर आता है तथा उस व्यक्ति पर अटैक करके उसके हैल्थी सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं और फिर वह वायरस अपनी copies को किसी दूसरे व्यक्ति के अंदर जो उस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है उसके अंदर भी भेज देता है।

इसी प्रकार से कंप्यूटर वायरस पहले किसी एक कम्प्यूटर में आता है तथा एक कंप्यूटर में आकर अपनी कॉपी को तैयार करता हैं तथा जब उस वायरस से संक्रमित कंप्यूटर से कोई अन्य कंप्यूटर संपर्क करता है तो वह उसे भी संक्रमित कर देता है, इसी प्रकार से यह कंप्यूटर एक के बाद एक करके कम्प्यूटर में फैलते रहते हैं।

वायरस हमारे सिस्टम को किस प्रकार से प्रभावित करता है :-

आपके मन में कभी न कभी यह प्रश्न जरूर आया होगा कि एक वायरस किस प्रकार से हमारे पूरे कंप्यूटर सिस्टम को प्रभावित करता है? वायरस हमारे कंप्यूटर सिस्टम को किस प्रकार से प्रभावित कर सकता हैं आप नीचे दिए गए तरीकों को देख सकते हैं-

  • अप्रकाशित सॉफ्टवेयर और सेवाओं के द्वारा वायरस हमारे सिस्टम को प्रभावित कर सकता है।
  • इंटरनेट से किसी वायरस से संक्रमित फ़ाइलों को डाउनलोड करने से।
  • मीडिया या किसी ड्राइवर को हटाने के बाद।
  • असुरक्षित या खराब व्यवस्थापक पासवर्ड के द्वारा
  • ईमेल अटैचमेंट के द्वारा।

वायरस से हमारे सिस्टम पर होने वाले प्रभाव :-

वायरस से हमारा सिस्टम किस प्रकार से प्रभावित होता है आइए अब इसके बारे में जानते हैं-

  • एक कंप्यूटर वायरस हमारे डाटा को नष्ट कर देता है जिससे हमें बहुत अधिक नुकसान होता है।
  • कंप्यूटर वायरस हमारे गोपनीय डाटा को बाधित करता है।
  • कंप्यूटर वायरस कंप्यूटर नेटवर्क संसाधनों को भी प्रभावित करता है।
  • कंप्यूटर वायरस कंप्यूटर नेटवर्कों के उपयोग को भी प्रभावित करता है।
  • कंप्यूटर वायरस हमारे कंप्यूटर की सामान्य कार्यक्षमता को प्रभावित करता है।

इसके अलावा एक कंप्यूटर वायरस हमारे कंप्यूटर को और भी बहुत से तरीकों से प्रभावित कर सकता है।

कंप्यूटर वायरस की पहचान कैसे करें :-

कंप्यूटर वायरस का पता लगाने के लिए सबसे पहले आपको मौलिक तरीके का प्रयोग करना चाहिए अर्थात अपने कंप्यूटर की कार्य क्षमता की जांच करना चाहिए कि आप अपने कंप्यूटर को जो कमांड दे रहे हैं कंप्यूटर उस पर किस प्रकार से काम कर रहा है क्योंकि एक वायरस से संक्रमित कंप्यूटर ठीक से कमांड नहीं लेता है तथा ठीक प्रकार से काम भी नहीं करता है।

इसके अलावा बहुत से ऐसे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर हैं जिनकी सहायता से आप अपने सिस्टम में वायरस की जांच बहुत ही आसानी से कर सकते हैं।

कंप्यूटर वायरस से बचने के उपाय :-

यदि आप अपने कंप्यूटर को वायरस से बचाना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए-

  • अपने सिस्टम में फायरवॉल का उपयोग करें क्योंकि फायरवॉल का उपयोग करके आप अपने सिस्टम को वायरस से बचा सकते हैं।
  • एक अत्यधिक सुरक्षित पासवर्ड का उपयोग करके इससे बचा जा सकता है।
  • अपने कंप्यूटर में एक एंटीवायरस सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करके इससे बचा जा सकता है।
  • क्लाइंट सॉफ्टवेयर को पैच करके इस वायरस से बचा जा सकता है।
  • कंप्यूटर सिस्टम को पैचअप करके कंप्यूटर वायरस से बचा जा सकता है।
  • किसी भी सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करने के लिए उस सॉफ्टवेयर को हमेशा उसके ऑफिशियल वेबसाइट से ही डाउनलोड करें, इससे आप अपने कंप्यूटर को वायरस से बचा सकते हैं।
  • अपने कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम तथा सॉफ्टवेयर को हमेशा अपडेट रखें।
  • जिस ईमेल के बारे में आपको जानकारी ना हो उसके अटैचमेंट पर कभी भी क्लिक ना करें इससे कंप्यूटर में वायरस आने का खतरा होता है।
  • ऐसी वेबसाइट जो आपको porn/Gambling वेबसाइट पर रीडायरेक्ट करती हो ऐसी साइट पर कभी भी क्लिक ना करें।
  • अपने ब्राउज़र में हमेशा पॉपअप (Pop-up) को ब्लॉक करके रखें।
  • जरूरी डेटा का बैकअप बनाकर हमेशा अपने पास रखें।

एंटी वायरस क्या है? (What is Anti Virus) :-

एंटीवायरस एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो हमारे कंप्यूटर में उपस्थित सभी प्रकार के वायरसों को ढूंढता है तथा ढूंढ कर उन सब को डिलीट कर देता है।

हमारे कंप्यूटर में एंटी वायरस का होना बहुत ही जरूरी होता है इससे हमारे कंप्यूटर को होने वाले बहुत से नुकसानों से बचाया जा सकता है।

प्रमुख एंटीवायरस :-

कुछ प्रमुख एंटीवायरसों के नाम नीचे निम्नलिखित प्रकार से दिए गये हैं जिनमें से आप अपने कंप्यूटर के लिए किसी एक एंटीवायरस को चुनकर तथा उसे अपने कंप्यूटर में इंस्टाल करके अपने सिस्टम को वायरस से सुरक्षित कर सकते हैं।

  • Avast Pro Antivirus
  • Mcafee Antivirus Plus
  • Quick Heal Antivirus
  • Emsisoft Anty-Malware
  • Symantec Norton Antivirus
  • ESET NOD32 Antivirus
  • Webroot Secure Anywhere Antivirus
  • Bitdefender Antivirus Plus etc.

ऊपर कुछ प्रमुख एंटीवायरसों के नाम दिए गए हैं जिनमें से किसी एक एंटीवायरस को आप अपने कंप्यूटर सिस्टम में इंस्टॉल करके अपने कंप्यूटर सिस्टम को विभिन्न प्रकार के वायरसों से सुरक्षित कर सकते हैं।

FAQ :-

Virus Full Form in Computer?

कंप्यूटर की फील्ड में वायरस का फुल फॉर्म “Vital Information Resources Under Siege” होता हैं।

निष्कर्ष :-

इस आर्टिकल में हमने कंप्यूटर वायरस के बारे में जानकारी प्राप्त की, इस आर्टिकल को पढ़कर हमने यह जाना कि कंप्यूटर वायरस हमारे कंप्यूटर को किस प्रकार से नुकसान पहुंचा सकते हैं।

कंप्यूटर वायरस एक ऐसे वायरस होते हैं जो हमारे जरूरी डेटा को बहुत से प्रकार से क्षति पहुंचा सकते हैं तथा उन्हें डिलीट भी कर सकते है अर्थात हमें अपने कंप्यूटर को वायरस से सुरक्षित करने के लिए हमें अपने कंप्यूटर में किसी एक एंटीवायरस को इंस्टॉल कर आना बहुत ही आवश्यक होता है।

आज आपने क्या सीखा :-

आज इस आर्टिकल में हमने कंप्यूटर वायरस से संबंधित बहुत सी प्रकार की जानकारियों को प्राप्त किया, इस आर्टिकल में हमने Virus Ka Full Form, वायरस क्या है, वायरस किस प्रकार से फैलता है, वायरस से बचाव कैसे करें तथा इसके अलावा एंटीवायरस क्या है तथा कुछ प्रमुख एंटीवायरसों के बारे में जानकारी प्राप्त की।

उम्मीद करता हूं दोस्तों हमारा यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा तथा हमारे इस आर्टिकल को पढ़कर आपको वायरस से संबंधित बहुत सी जानकारियां प्राप्त हुई होंगी, मैं आशा करता हूं दोस्तों आपको उस प्रश्न का उत्तर भी मिल गया होगा जिसके लिए आप इस ब्लॉग पर आए थे।

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David William

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