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CD Full Form in Hindi | सीडी (CD) क्या है इसके फायदें?

CD Full Form, CD Full Form in Hindi, CD Ka Full Form, Full Form of CD, सीडी क्या हैं, सीडी का मतलब तथा अर्थ, सीडी के फायदे, सीडी के नुकसान, इस तरह के प्रश्नों के उत्तर आपको इस आर्टिकल के अंदर मिल जाएंगे। 

क्या आप CD का फुल फॉर्म या CD से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस ब्लॉग पर आए हैं, यदि आप सीडी से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए यहां पर आए हैं तो आप सही जगह आ गए हैं। आज इस आर्टिकल में हम सीडी से संबंधित ही जानकारियों को देने वाले हैं बस आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। 

मैं वादा करता हूं हमारे इस आर्टिकल को पढ़कर आपके मन में सीडी से संबंधित जितने भी प्रश्न होंगे आपको उन सारे प्रश्नों के उत्तर मिल जाएंगे। आइए शुरू करते हैं और CD के बारे में डिटेल में जानकारी प्राप्त करते हैं- 

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CD Full Ka Form :-

CD का फुल फॉर्म “Compact Disc” होता हैं, जिसे हम अपनी भाषा में ‘कॉम्पैक्ट डिस्क’ के नाम से जानते हैं। CD को CD ROM के नाम से भी जाना जाता है, CD ROM का फुल फॉर्म ‘Compact Disc Read Only Memory‘ होता हैं। 

C Compact
D Disc
  • CD ROM – Compact Disc Read Only Memory

CD Full Form in Hindi :-

दोस्तों ऊपर दी गई जानकारी को पढ़कर अब तक आपको यह पता चल ही गया होगा कि CD का फुल फॉर्म “Compact Disc” होता हैं। Compact Disc को हिंदी भाषा में ‘कॉम्पैक्ट डिस्क‘ के नाम से ही जानते हैं तथा इसी को ही CD का हिंदी फुल फॉर्म कहा जाता हैं। 

सीडी कॉम्पैक्ट डिस्क

सीडी क्या होता है? (What is CD in Hindi) :-

Compact Disc या CD एक फ्लैट, छोटे गोल आकर का तथा प्लास्टिक का बना हुआ एक उपकरण होता हैं, CD का व्यास लगभग 4.75 इंच होता हैं। 

CD एक Reflective Metallic Layer होती हैं जिसमे हम विभिन्न प्रकार के डाटा (DATA) को स्टोर कर सकते हैं, सीडी में स्टोर किए गये डाटा को नॉर्मली देखा या पढ़ा नहीं जा सकता हैं। CD में लगभग 700mb तक के डाटा को स्टोर किया जा सकता हैं। 

CD में स्टोर किये गये डाटा को देखने के लिए CD Drive या CD Player की आवश्यकता होती है जिसकी मदद से हम सीडी में स्टोर डाटा को एक्सेस (Access) कर सकते हैं। 

CD एक पोर्टेबल डाटा स्टोरेज डिवाइस होती है जिसको आप अपने साथ कहीं भी लेकर जा सकते हैं, सीडी के अंदर स्टोर किए गए डाटा की क्वालिटी बहुत लंबे समय तक वैसी की वैसी ही रहती है। 

CD में हम Video, Audio, Picture तथा Text इत्यादि जैसे फॉर्मेट में डाटा को स्टोर करके रख सकते हैं। CD के अंदर किसी डाटा को डिजिटली फॉर्मेट 0 और 1 के फॉर्म में ही स्टोर किया जाता हैं, इसके अलावा सीडी में किसी डाटा को लेजर बीम के द्वारा डाला जाता हैं। 

CD में बहुत सारे छोटे छोटे Notches होते हैं जिसमे हम किसी भी प्रकार के डाटा को स्टोर करते हैं, जब सीडी को CD Player में डाला जाता हैं तो यह गोल-गोल घूमती हैं तथा डेटा ऑप्टिकल ड्राइव से लेज़र द्वारा पढ़ा जाता हैं। 

CD को हम CD ROM के नाम से भी जानते हैं क्योंकि इसमें सिर्फ एक ही बार डाटा को स्टोर किया जाता है, इसमें एक बार बेटा स्टोर हो जाने के बाद आप उसका प्रयोग तो कर सकते हैं परंतु उसमें दोबारा किसी डाटा को नहीं डाल सकते हैं। 

CD में जब हम किसी भी प्रकार के डाटा जैसे वीडियो, ऑडियो, पिक्चर या टेक्स्ट इत्यादि प्रकार के डाटा को डालते हैं तो इस प्रक्रिया को CD Write या CD Burn कहा जाता हैं, इसके अलावा जब हम सीडी को एक्सेस करते हैं तो इस प्रक्रिया को सीडी रीड करना कहा जाता है.

CD का अविष्कार कब तथा किसने किया :-

CD का अविष्कार किसने किया इसका श्रेय हम किसी एक व्यक्ति को नहीं दे सकते हैं क्योंकि बहुत से लोगों के सहयोग के द्वारा आज हम सीडी का यह प्रारूप देख पा रहे हैं। 

वैसे तो मुख्य रूप से James Russell नाम के एक व्यक्ति को CD का आविष्कारक माना जाता हैं, जेम्स रसैल के द्वारा सन 1965 ईस्वी में CD की खोज को गयी थी। 

परन्तु इन्होंने CD का पेटेंट Sony तथा Phillips कंपनी को बेच दिया था। इसी वजह से CD का निर्माण 17 मई सन 1978 ईस्वी में जापान सिटी में किया गया था। 

CD को बनाने की शुरुआत सबसे पहले 17 अगस्त सन 1982 ईस्वी में जर्मनी के phillips कंपनी के कारखाने में हुयीं थी। 

1 CD का वजन लगभग 16 ग्राम का होता हैं, सीडी को 1.2 मिमी मोटी पॉली कॉर्बोनेट के द्वारा बनाया जाता हैं। सीडी एलमुनियम की एक पतली सतह होती हैं इसलिए यह सतह बहुत ही समझदार होती है। 

सीडी के प्रकार (Types of CD) :-

Compact Disc या CD मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं-

  • CD-R
  • CD-ROM
  • CD-RW

1. CD-R :-

CD-R का पूरा नाम Compact Disc – Recordable होता हैं। इस तरह की कॉम्पैक्ट डिस्क (सीडी) में किसी डाटा को सिर्फ एक ही बार स्टोर किया जा सकता हैं तथा उसे मिटाया नहीं जा सकता हैं। 

2. CD-ROM :-

CD-ROM का पूरा नाम Compact Disc – Read Only Memory होता हैं। इस तरह की कॉम्पैक्ट डिस्क में स्टोर किये डाटा को ना तो आसानी से बदला जा सकता हैं और ना ही अलग से प्रोग्राम किया जा सकता हैं। इससे हम केवल डाटा को पढ़ सकते हैं। 

3. CD-RW :-

CD-RD का पूरा नाम Compact Disc – ReWritable होता हैं। इस तरह की डिस्क में डाटा को कई बार स्टोर किया जा सकता हैं तथा मिटाया जा सकता हैं उदाहरण – Pen Drive. 

सीडी के फायदे (Advantage of CD) :-

Compact Disc या CD के बहुत से फायदे होते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार से हैं-

  • सीडी बहुत ही सस्ती होती है अर्थात सीडी की कीमत बहुत ही कम होती है।
  • CD पोर्टेबल होती है इसलिए इसे अपने साथ कहीं भी ले जाया जा सकता है। 
  • यदि CD को संभाल कर रखा जाए तो यह लंबे समय तक चलती है। 

सीडी के नुकसान (Disadvantage of CD) :-

दोस्तों सीडी के कुछ नुकसान भी होते हैं जो निम्न प्रकार से हैं-

  • CD की Read तथा Write करने की गति धीमी होती हैं। 
  • सीडी पर बहुत ही आसानी से स्क्रैच लग जाता है। 
  • CD में डाटा स्टोर करने की कैपेसिटी कम होती है। 

सीडी प्लेयर क्या है? (What is CD Player) :-

CD Player को CD Reader भी कहा जाता हैं, दोस्तों सीडी एक ऐसा उपकरण होता है जिसमें हम केवल किसी डाटा को स्टोर करके रख सकते हैं परंतु डाटा को एक्सेस नहीं कर सकते हैं। 

सीडी में इंस्टॉल डाटा को एक्सेस करने के लिए एक अलग प्रकार की डिवाइस की आवश्यकता होती है जिसे हम सीडी प्लेयर (CD Player) के नाम से जानते हैं। आज के समय में विभिन्न प्रकार की CDs के लिये भिन्न भिन्न प्रकार के सीडी प्लेयर्स मौजूद हैं। 

दुनिया का पहला सीडी प्लेयर कौन सा था (First CD Player) :-

विश्व का पहला सीडी प्लेयर का नाम Sony CDP-101 था जिसकी कॉस्ट लगभग 1000 USD था जोकि एक बहुत ही बड़ी रकम होती हैं। 

एक सीडी प्लयेर का कॉस्ट 1000 USA डॉलर बहुत ही अधिक हैं, समय के साथ-साथ सीडी प्लयेर्स की कीमतों में गिरावट आने लगी। 

दुनिया की पहली सीडी का नाम (First CD) :-

दुनिया की पहली सीडी का नाम 52nd Street था जिसकी कीमत उस समय में लगभग 30 USD के आसपास की थी। 

CD की कैपेसिटी :-

CD की स्टोरेज क्षमता 1GB से भी कम लगभग 700MB के करीब की होती हैं। जब इसका निर्माण हुआ था उस समय CD किसी डाटा को स्टोर करने का सबसे best ऑप्शन था तथा बाकी अन्य संसाधनों की तुलना में इसकी स्टोरेज क्षमता भी अधिक थी। 

FAQ :-

CD की फुल फॉर्म क्या होती हैं?

CD की फुल फॉर्म “Compact Disc” होती हैं।

CD का अविष्कार किसने किये?

CD का अविष्कार “James Russell” के द्वारा किया गया था। 

CD की भण्डारण क्षमता कितनी होती हैं?

हम सीडी में लगभग 700MB तक के डाटा का भण्डारण कर सकते हैं अर्थात CD की भण्डारण क्षमता लगभग 700MB तक की होती हैं। 

CD में डाटा को स्टोर कैसे किया जाता हैं?

CD में डाटा को 0 तथा 1 के रूप में यानी बाइनरी रूप में स्टोर किया जाता हैं। 

CD कितने प्रकार की होती हैं?

CD मुख्य रूप से 3 प्रकार की होती हैं-

  1. CD-R
  2. CD-ROM
  3. CD-RW

CD किससे बनी होती हैं?

CD को बनाने में पॉलीकार्बोनेट कहे जानें वाले प्लास्टिक का प्रयोग किया जाता हैं। 

आज आपने क्या सीखा :-

आज इस आर्टिकल में हमने CD से संबंधित जानकारियों को प्राप्त किया, इस आर्टिकल में हमनें CD Full Form, CD Full Form in Hindi, CD क्या हैं, सीडी के प्रकार, सीडी के लाभ, सीडी के हानि, सीडी प्लेयर, तथा इसके अलावा सीडी से संबंधित और भी बहुत सी प्रकार की जानकारियों को प्राप्त किया। 

दोस्तों अगर आपने हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ा होगा तो अब तक आपको सीडी से संबंधित बहुत सी प्रकार की जानकारियां प्राप्त हुईं होंगी। 

आशा करता हूं दोस्तों हमारा यह आर्टिकल CD Full Form आपको जरूर पसंद आया होगा तथा इस आर्टिकल को पढ़कर आपको उस प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा जिस प्रश्न के उत्तर के लिए आप इस ब्लॉग पर आए थे। दोस्तों आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं और यदि हमारे इस आर्टिकल से संबंधित आपके मन में कोई प्रश्न है तो कमेंट के द्वारा हमें वह भी जरूर बताएं। 

यदि आप हमारे इस CD से सम्बंधित आर्टिकल पर हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं तो वह भी कमेंट करके हमें जरुर बताये, मुझे आपके फीडबैक का इंतजार रहेगा। 

इस ब्लॉग पर हम इसी तरह की जानकारियों को देते हैं तथा यहां पर हम रोजाना एक नये आर्टिकल को पब्लिश करते हैं, इसी तरह की और जानकारियों को पाने के लिये आप हमारे इस ब्लॉग www.Hindima.in पर रोजाना विजिट करें (धन्यवाद)

David William

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