Jaankari

Alhamdulillah Meaning in Hindi | Alhamdulillah का हिंदी अर्थ?

Alhamdulillah Meaning in Hindi, Information About Alhamdulillah in Hindi, अल्हम्दुलिल्लाह शब्द का इस्तेमाल, अल्हम्दुलिल्लाह कब बोला जाता हैं, अल्हम्दुलिल्लाह दिन में कितनी बार बोला जाता हैं।

आज इस आर्टिकल में हम ‘अल्हम्दुलिल्लाह‘ से संबंधित जानकारियों को प्राप्त करने वाले हैं, अगर आप Alhamdulillah Meaning in Hindi या अल्हम्दुलिल्लाह से संबंधित जानकारी के लिए यहां पर आए हैं तो आप सही जगह आ गए है।

दोस्तों आपने अक्सर देखा होगा कि मुस्लमान बात करते समय बीच में इस शब्द का उपयोग करते हैं, वें इस शब्द का इस्तेमाल तब करते हैं जब वो खुदा का शुक्रिया अदा कर रहे होते हैं। आज इस आर्टिकल में हम इसी शब्द के बारे में डिटेल्स में जानकारी प्राप्त करेंगे, आइए शुरू करते हैं और इसके बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

Alhamdulillah-meaning-in-hindi
 

Alhamdulillah Meaning in Hindi :-

‘Alhamdulillah’ अरबी भाषा का एक मुहावरा हैं जिसका हिंदी भाषा में मतलब “स्तुति अल्लाह के लिए” या “सारी प्रशंसा अल्लाह के लिए” होता है।

‘Alhamdulillah’ को पवित्र इस्लाम की पुस्तक ‘कुरान’ की पहली आयत (अल-फातिहा) से लिया लिया गया है, प्रत्येक हाल में (अच्छा या बुरा) अल्लाह पर पूरी तरह से भरोसा रखने तथा हमेशा ही अल्लाह के प्रति आभार रहने का यह एक Expression हैं।

Alhamdulillah का उच्चारण :-

अल्हम्दुलिल्लाह को “अल-हमदु-लिल-लाह” कहा जाता हैं, अरबी भाषा में इसे ( ٱلْـحَـمْـدَ لل) कहा जाता हैं। इसे हम “अल-हम-दो-लिल-लाह” भी लिख सकते हैं।

अल्हम्दुलिल्लाह का ट्रांसलेट? (Translate of Alhamdulillah) :-

Alhamdulillah को जब हम हिंदी भाषा में ट्रांसलेट करते हैं तो इसके काई सारे मतलब निकल कर आते हैं जोकि एक समान ही होते हैं, Alhamdulillah के जितने भी अर्थ होते हैं वो इस प्रकार से हैं-

  • “सभी प्रशंसा अल्लाह के लिए हैं।”
  • “स्तुति अल्लाह के लिए हैं।”
  • “सभी प्रशंसा और धन्यवाद अल्लाह के लिए हैं।”
  • “सभी स्तुति केवल अल्लाह के लिए हैं।”

अल्हम्दुलिल्लाह के भाग? (Parts of Alhamdulillah) :-

Alhamdulillah निम्न तीन भागों में विभाजित हैं अर्थात इस मुहावरे के तीन भाग हैं जोकि इस प्रकार से हैं-

  • अल जिसका अर्थ “द” होता है।
  • हम्दु जिसका अर्थ “स्तुति” होता है।
  • ली-लाह जिसका अर्थ “अल्लाह” होता है।

मुसलमान अल्हम्दुलिल्लाह क्यों बोलते है :-

अल्लाह का अभारी रहना मुस्लिमों के जिंदगी जीने का एक तरीका है, यें विश्वास से हमेशा ही आशावादी होते है। इनकी जिंदगी में भले ही स्थिति अच्छी हो या बुरी मुसलमान हमेशा ही अल्लाह की प्रशंसा और उनके आशीर्वादों के लिए शुक्र अदा करने की तलाश में रहते है।

यह सब इसलिए क्योंकि एक मुसलमान के लिए उसका यकीन है कि सबसे ज्यादा ज्ञान अल्लाह के पास है और इसीलिए कुछ बुरा भी प्रतीत होता है तो एक मुस्लमान उसे भी अच्छा समझता है क्यों उनको यह विश्वास होता है कि अल्लाह सबसे अच्छा जानता है तथा अल्लाह अपने ईमान वालों के साथ कभी भी बुरा नहीं करता है।

एक मुसलमान हमेशा ही आशीर्वाद और कठिनाइयां दूर हो जाने के बाद “Alhamdulillah” बोलते है, जब सारी चीजें सही हो जाती है तो अल्लाह बदले में सिर्फ एक चीज मांगता है वह है आपका आभार। इसके अलावा मुसलमान अपने आपको परेशानियों से बचाने के लिए और अपने आपको परेशानियों से दूर रखने के लिए अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं।

यही सारी वजह है कि मुसलमान ‘Alhamdulillah’ बोलकर अपनी हर एक परिस्थिति में अल्लाह की प्रशंसा और उनका शुक्र अदा करते रहते हैं।

Alhamdulillah कब बोला जाता है :-

अल्हम्दुलिल्लाह कई सारी परिस्थितियों में बोला जाता है, आमतौर पर “dhikr” के समय Alhamdulillah बोला जाता है। ‘dhikr’ का मतलब या अर्थ अल्लाह को याद करने और धन्यवाद देने के लिए एक छोटी सी प्रार्थना होती है।

जब भी एक मुसलमान अपने आपको फ्री या इंतजार करते हुए पाते हैं तो वें किसी ऐसे वैसे काम में अपने समय को बर्बाद करने के बजाए वें चुपचाप “शुभानल्लाह, अल्हम्दुलिल्लाह तथा अल्लाहु-अकबर बार-बार बोलते है।

जब एक मुसलमान कोई उपलब्धि या किसी उपलब्धि से खुद का फायदा पाते हैं तो वें ‘अल्हम्दुलिल्लाह’ बोलते है।

Alhamdulillah दिन में कितनी बार बोला जाता है :-

एक मुसलमान अल्लाह की स्तुति और धन्यवाद करने के लिए एक दिन में बहुत बार Alhamdulillah बोलते हैं, एक मुसलमान को हमेशा ही अल्लाह की प्रशंसा और Gratitude में रहना चाहिए इसलिए इस बात पर कोई भी प्रतिबन्ध नहीं हैं कि किसी व्यक्ति को दिन मे कितनी बार अल्हम्दुलिल्लाह बोलना चाहिए।

यदि कोई व्यक्ति यह मानता है कि उसके पास जो कुछ भी है वह सब अल्लाह कि ओर से हैं तो वह व्यक्ति दिन में जितनी बार चाहे उतनी बार Alhamdulillah बोल सकता हैं।

Alhamdulillah का इस्तेमाल? (Use of Alhamdulillah) :-

इस्लाम का यह मुहावरा “Alhamdulillah” को बहुत सारे अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है, आईये जानते है कि Alhamdulillah का इस्तेमाल कब ओर किस स्थिति में किया जाता है-

  • “Alhamdulillah” का प्रयोग ‘अल्लाह का शुक्र है” की जगह किया जाता है जैसे Alhamdulillah! इस बार मैं गणित में पास हो गया.
  • “Alhamdulillah” का प्रयोग नमाज़ में भी किया जाता है, सभी चीजों के मालिक अल्लाह का शुक्रिया अदा करने के लिए।
  • “Alhamdulillah” को हमारे सामने रखी कठिनाइयों और परीक्षा को स्वीकार की अवधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, किसी भी स्थिति में ‘Alhamdulillah’ का इस्तेमाल कर सकते हो क्योंकि प्रत्येक स्थिति अल्लाह के द्वारा बनाई गई है।
  • किसी भी उपहार के लिए अल्लाह के प्रति Gratitude की स्थिति में Alhamdulillah का इस्तेमाल किया जाता है।
  • पास में चाहे कुछ भी ना हो बस केवल हम ठीक से रहें हमें कोई कष्ट ना हो, इस स्थिति में भी ‘Alhamdulillah’ का इस्तेमाल किया जाता है।

Alhamdulillah बोलने के फायदे? (Advantages of Alhamdulillah) :-

Alhamdulillah, अल्लाह का एक बहुत बड़ा उपहार है जिसका इस्तेमाल हर एक मुसलमान अपने और अपने आसपास रहने वाले लोगों के जीवन में अच्छाई लाने के लिए करते हैं, जीवन में जो भी इच्छाएं हैं उसके लिए अल्लाह की स्तुति और उसका धन्यवाद करें।

यदि एक मुसलमान उस उपहार से प्यार करता है जिसे उसको अल्लाह ने दी है और वह उसे रखना या बढ़ाना चाहता है तो वह Alhamdulillah कहकर अल्लाह के प्रति Gratitude प्रकट कर सकता है।

ज़ब एक मुस्लमान कठिन तथा मुश्किल परिस्थितियों का सामना कर रहा होता है तो वह सब्र करता है और Alhamdulillah बोलकर उसके पास जो भी है उन सारी चीजों के लिए Gratitude प्रकट करता है अपने स्थिति की परवाह किए बिना आभारी होने के लिए कोई ना कोई वजह सामने प्रस्तुत करता है।

Alhamdulillah का वाक्य में प्रयोग :-

दोस्तों जैसा कि ऊपर मैंने आपको बताया कि ‘Alhamdulillah’ एक मुहावरा है जिसका इस्तेमाल मुसलमानों द्वारा अल्लाह को उसके सभी आशीर्वादों के लिए धन्यवाद देने के लिए किया जाता है। 

मुसलमान अपनी हर एक स्थिति में, स्थिति चाहे अच्छी हो या बुरी Alhamdulillah कहकर अल्लाह का शुक्रिया अदा करते है, मुसलमान छींकने के बाद भी इस मुहावरे का इस्तेमाल करते है।

आईये अब जानते है कि किसी वाक्य में ‘Alhamdulillah’ का प्रयोग किस प्रकार से किया जाता है-

उदहारण (Examples) :-
  1. सब कुछ धीरे-धीरे ठीक हो रहा है, Alhamdulillah।
  2. Alhamdulillah भाई साहब, अल्लाह आपको हमेशा खुश रखे।
  3. Alhamdulillah, एक और नया दिन दिखाने के लिए। अल्लाह हमारे ईमान को मजबूत करने में हमारी मदद करे और हमें हमेशा सीधे रास्ते पर ले जाए।
  4. Alhamdulillah, इस बार वह पास हो गया।
  5. दुआ करें कि उसे ऐसा जीवनसाथी मिले जो उसको पूरी तरह से समझे। Alhamdulillah।

FAQ :-

Alhamdulillah का जवाब क्या होगा?

Alhamdulillah’ शब्द का प्रयोग अल्लाह की तारीफ के लिए और अल्लाह को याद करने के लिए किया जाता है। जब किसी मुस्लिम से उनके बारे में पूछते है अर्थात उनका हाल-चाल पूछते है तो उनके जवाब में सबसे पहला शब्द “अल्हम्दुलिल्लाह” ही होता है, ‘अल्हम्दुलिल्लाह’ का मतलब वो अपने बारे में बताने के साथ ही अल्लाह का धन्यवाद दे रहे है। 

लिल्लाह का मतलब क्या होता है?

लिल्लाह का मतलब “अल्लाह के वास्ते, ख़ुदा (परमात्मा) के नाम पर, परमात्मा के लिए, ईश्वरार्पण, ख़ुदा की राह में, ख़ुदा के नाम पर” इत्यादि होता है। 

हमदुलिल्ला का मतलब क्या है?

अल्हमदुलिल्लाह का मतलब या अर्थ “अल्लाह के लिए सभी धन्यवाद और प्रशंसा है।” इसके अलावा ‘अल्हमदुलिल्लाह’ का अनुवाद “अल्लाह की प्रशंसा करना” भी हो सकता है।

जज़ाकल्लाह मीनिंग इन हिंदी?

हिंदी भाषा में का मतलब/अर्थ “अल्लाह तुम्हें खुश रखे” या “भगवान तुम्हारा कल्याण करे।” होता है।

सुभानल्लाह का अर्थ?

सुभानल्लाह का अर्थ “अल्लाह धन्य है” होता है।

माशा अल्लाह का मतलब?

माशा अल्लाह का मतलब “जैसा अल्लाह चाहे” होता है।

इसे भी पढ़ें :- 

आज हमने क्या सीखा :-

आज इस आर्टिकल में हमने ‘Alhamdulillah’ से सम्बंधित जानकारियों को प्राप्य किया, इस आर्टिकल में हमने Alhamdulillah Meaning in Hindi, Information About Alhamdulillah in Hindi, अल्हम्दुलिल्लाह शब्द का इस्तेमाल, अल्हम्दुलिल्लाह कब बोला जाता हैं, अल्हम्दुलिल्लाह एक दिन में कितनी बार बोला जाता हैं इसके अलावा ‘Alhamdulillah’ से सम्बंधित और भी बहुत सारी जानकारियों को प्राप्त किया।

दोस्तों आपको हमारे द्वारा दी गयी यह जानकारी (Alhamdulillah Meaning in Hindi) कैसी लगी ,अगर आपको हमारे द्वारा दी गयी यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने भाइयों के साथ भी शेयर करें। इसी तरह की और अधिक जानकारियों के लिए आप हमारे इस ब्लॉग www.Hindima.in पर रोजाना विजिट करते रहें (धन्यवाद)

David William

Hello friends, my name is David William and I am the founder of Hindima.in blog, I like writing articles very much. My main objective is to provide new information to you with the help of this blog.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button