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Civil Engineering in Hindi | Civil Engineering क्या है, इसे कैसे करें?

 

Civil Engineering in Hindi, What is Civil Engineering in Hindi, सिविल इंजीनियरिंग क्या है, सिविल इंजीनियर कैसे बनें, सिविल इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिये योग्यता, सिविल इंजीनियरिंग के बाद फ्यूचर में जॉब्स के अवसर इत्यादि जैसे प्रश्नों के उत्तर आपको इस आर्टिकल में मिल जाएंगे।

क्या आप Civil Engineering से सम्बंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस ब्लॉग पर आये है, यदि आप Civil Engineering से सम्बंधित जानकारी के लिए इस ब्लॉग पर आये है तो आप सही जगह आ गए है आप बस हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

मैं पूरे यकीन के साथ कहता हूं हमारे इस आर्टिकल को पढ़कर आपको आपके उस प्रश्न का उत्तर मिल जाएगा जिसको खोजते हुए आप हमारे इस ब्लॉग पर आए हैं, आईये शुरू करते है और इसके बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं-

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Civil Engineering in Hindi :-

पहले के समय में जब बच्चे पढ़ाई करते थे तो उनके पेरेंट्स लोग ही डिसाइड करते थे कि आगे उनका बच्चा आगे किस चीज की तैयारी करेगा अथार्त यूँ कहे तो सभी बच्चों के पेरेंट्स लोग ही डिसाइड करते थे की उनके बच्चे को किस फील्ड में जाना है.

आज के समय में यह सिस्टम बिल्कुल बदल गया है क्योंकि बहुत से कम पेरेंट्स ऐसे होंगे जो अपने बच्चों के लिए डिसाइड करते हैं कि उनके बच्चों को आगे किसी चीज की पढ़ाई करनी है क्योंकि आज के समय में सभी बच्चे अपने कैरियर का खुद ही चुनाव करते हैं कि उनको आगे किस चीज की तैयारी करनी है और उनको किस फील्ड में जाना है.

पढ़ाई में भी बहुत से प्रकार के फील्ड होते हैं जैसे इंजीनियरिंग, डॉक्टरी, बैंकिंग तथा साइंटिस्ट इत्यादि तथा इसके अलावा और भी बहुत से फील्ड होते हैं जिस क्षेत्र में बच्चे जाना पसंद करते हैं।

बच्चे खुद ही अपने कैरियर का चुनाव करने लगे हैं यह एक बहुत ही अच्छी बात है क्योंकि बच्चे उसी फील्ड का चुनाव करते हैं जिनमें उनको इंटरेस्ट होता है। जिस क्षेत्र में इंटरेस्ट हो उसकी पढ़ाई करने में बहुत ही मजा आता है और बच्चे बिना किसी बोरिंग के उसकी पढ़ाई करते हैं और सक्सेस होते हैं।

आजकल बच्चे जब 10th पास करते हैं तभी से यह चुनाव करने लगते हैं कि उनको आगे किस चीज की पढ़ाई करनी है और उसी के मुताबिक अपनी तैयारी करने में लग जाते हैं आज के समय में ज्यादातर बच्चे इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाना पसंद करते हैं जिनमें से सिविल इंजीनियरिंग एक मुख्य ट्रेड होता है। आइए जानते हैं कि सिविल इंजीनियरिंग क्या है।

सिविल इंजीनियरिंग क्या है? (What is Civil Engineering in Hindi) :-

सिविल इंजीनियरिंग एक प्रकार की इंजीनियरिंग की पढ़ाई होती है जिसको करने के बाद हम एक इंजीनियर बन जाते हैं सिविल इंजीनियर का काम किसी बिल्डिंग के डिजाइन को बनाने में, रोड, कंस्ट्रक्शन तथा पुल इत्यादि को बनाने में होता है इसके अलावा और भी बहुत से कार्यों में भी सिविल इंजीनियरिंग का कार्य होता है।

जैसे मान लो कोई घर बन रहा है तो उसमें सिविल इंजीनियर का काम घर के डिजाइन को बनाने में होता है जैसे कमरे कितने और कहां पर रहेंगे किचन कहां पर होगा बाथरूम कहां पर होगा अर्थात इसी प्रकार की डिजाइन को सिविल इंजीनियर करते हैं इसके अलावा उसको बनाने में सामान कितना लगेगा यह सारा कार्य भी सिविल इंजीनियर का ही होता है।

आज के समय में रोज़ कहीं पर कुछ न कुछ बनता ही रहता है जहां पर सिविल इंजीनियर की जरुरत अवश्य होती है इस हिसाब से हम ये कह सकते हैं कि  सिविल इंजीनियरों की डिमांड बहुत अधिक होती है तथा आने वाले समय में इनकी डिमांड और अधिक हो सकती हैं।

सिविल इंजीनियर का काम क्या होता है :-

सिविल इंजीनियरों का काम जब कोई बिल्डिंग बनती है तो पहले इंजीनियर लोग उसका एक मैप बनाते हैं फिर उस हिसाब से बताते हैं कि बिल्डिंग में कहां पर क्या रहेगा तथा बिल्डिंग को बनाने में कितना सामान लगेगा और बिल्डिंग कितने दिन में बनकर तैयार हो जाएगी.

मान लो यदि कोई  रोड बन रही हो तो सिविल इंजीनियर लोग ही यह बताते हैं कि उसको बनाने में कितना खर्चा लगेगा और उसमें कितनी कंक्रीट लगेगी यह सारा काम सिविल इंजीनियर का ही होता है कार्य के खत्म होने तक उसकी देखरेख करना भी सिविल इंजीनियरों का काम होता है।

सिविल इंजीनियर कैसे बनें :-

सिविल इंजीनियर दो प्रकार के होते हैं एक होता है डिप्लोमा सिविल इंजीनियर जिनको जूनियर सिविल इंजीनियर भी कहते हैं तथा दूसरा डिग्री सिविल इंजीनियर जिनको सीनियर सिविल इंजीनियर भी कहते हैं।

1. Diploma civil engineer (junior civil engineer)
2. Digree civil engineer (senior civil engineer)
 

1. Diploma civil engineer :-

जो बच्चा क्लास 10th के बाद ही पॉलिटेक्निक के द्वारा सिविल ट्रेड से इंजीनियरिंग करने के बाद जॉब करने लग जाता हैं उनको डिप्लोमा सिविल इंजीनियर कहते हैं इनको जूनियर सिविल इंजीनियर भी कहते हैं।

2. Digree civil engineer :-

जो बच्चा physics, chemistry, math (PCM) से अपनी 12th की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद 4 साल सिविल इंजीनियरिंग ट्रेड से डिग्री प्राप्त करता है और उसके बाद जॉब करता है उनको डिग्री सिविल इंजीनियर कहते हैं ऐसे इंजीनियर को हम सीनियर सिविल इंजीनियर भी कहते हैं।

सिविल इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने के लिये योग्यता :-

सिविल इंजीनियर बनने के लिए सबसे पहले हमें सिविल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा या डिग्री लेनी पड़ती है, सिविल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा या डिग्री तभी मिलेगी जब हम किसी कॉलेज में एडमिशन लेंगे और इसकी पढ़ाई करेंगे।

अब बात करते हैं कि सिविल इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन लेने के लिए हमारे पास कौन कोनसी योग्यता होनी चाहिए –

डिप्लोमा सिविल इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिये योग्यता :-

  • जूनियर सिविल इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए आपको कम से कम 10th की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है तभी आप डिप्लोमा सिविल इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए योग्य होंगे।

डिग्री सिविल इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए योग्यता :-

  • सीनियर या डिग्री सिविल इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए आपको कम से कम 12th की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है तथा 12th में आपके पास physics,chemistry, math (PCM) का सब्जेक्ट जरूर होना चाहिए और 12th में आपके कम से कम 60% मार्क्स होने चाहिए, अगर आपके पास यह सारी योग्यताएं रहेंगी तभी आप डिग्री सिविल इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए योग्य होंगे अन्यथा नहीं।

सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद आगे Jobs के अवसर :-

जैसा कि ऊपर इस आर्टिकल को पढ़कर आपको पता चल गया होगा कि सिविल इंजीनियर का क्या काम होता है अब तक आपने समझ गए होंगे कि सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद आगे फ्यूचर में जॉब्स के कितने अवसर होते है इसको आपको बताने की जरूरत नहीं है परंतु मैं आपको बताऊंगा कि यदि आप सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर लेते हैं तो आने वाले समय में आप कहां-कहां पर किस-किस क्षेत्र में काम कर सकते हैं और अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं।

दोस्तों आज के समय में रोज कहीं ना कहीं कंस्ट्रक्शन का काम, बिल्डिंग का काम, घर का काम तथा रोड और पुल इत्यादि जगहों पर काम चलते ही रहते हैं जहां पर सिविल इंजीनियर की जरूरत अवश्य पड़ती है और ऐसे जगहों पर बिना सिविल इंजीनियर के काम नहीं हो पाते इस हिसाब से आप क्या अंदाजा लगा सकते हैं कि सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद फ्यूचर में जॉब्स के कितने अवसर हैं।

यदि आप सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के बाद अपना लाइसेंस बनवा लेते हैं तो आने वाले समय में आप व्यवसाय भी कर सकते हैं और अच्छी खासी प्रॉफिट प्राप्त कर सकते हैं।

जहां तक मुझे लगता है सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद कोई भी व्यक्ति बेरोजगार नहीं रहेगा उसको कहीं ना कहीं पर और एक अच्छी जॉब जरूर मिल जाएगी।

सिविल इंजीनियर की सैलरी :-

सिविल इंजीनियर की सैलरी की कोई लिमिट नहीं होती इनकी सैलरी इनके एक्सपीरियंस के हिसाब से मिलती हैं यदि आप का एक्सपीरियंस बहुत अधिक है तो आप महीने में लाखों रुपए से ज्यादा सैलरी प्राप्त कर सकते हैं तथा अपना व्यवसाय करके आप इससे भी ज्यादा प्रॉफिट प्राप्त कर सकते हैं। हम आपको डिप्लोमा और डिग्री सिविल इंजीनियर की स्टार्टिंग सैलरी को बता सकते हैं वह भी कोई फिक्स नहीं होती मेरे हिसाब से जहां तक मेरा एक्सपीरियंस है उनको स्टार्टिंग में इतनी ही सैलरी दी जाती है।

डिप्लोमा सिविल इंजीनियरों की सैलरी :-

डिप्लोमा करने के बाद यदि आप कहीं पर जॉब करते हैं यदि आप किसी प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं तो वहां पर आपको 15000-30000 तक के बीच में सैलरी दी जाती हैं।

डिग्री सिविल इंजीनियरों की सैलरी :-

यदि आप सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के बाद किसी प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं तो वहां पर आपको 25000-40000 तक के बीच में सैलरी दी जाती हैं।

FAQ :-

सिविल इंजीनियर का क्या मतलब है?

सिविल इंजीनियरिंग एक प्रकार की इंजीनियरिंग की पढ़ाई होती है जिसको करने के बाद हम एक इंजीनियर बन जाते हैं सिविल इंजीनियर का काम किसी बिल्डिंग के डिजाइन को बनाने में, रोड, कंस्ट्रक्शन तथा पुल इत्यादि को बनाने में होता है।

सिविल इंजीनियरिंग में क्या करना पड़ता है?

सिविल इंजीनियर में बिल्डिंग के डिजाइन को बनाने में, रोड, कंस्ट्रक्शन तथा पुल इत्यादि को बनाने में होता है तथा इसके अलावा इसमें और भी बहुत सारे काम होते है।

सिविल इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है?

एक सिविल इंजीनियर की महीने की सैलरी शुरुआत में ₹20000 लेकर ₹30000 तक के बीच रहती है, इसके अलावा धीरे धीरे आपकी सैलरी में बढ़ोतरी होती रहती है।

आज आपने क्या सीखा :-

दोस्तों इस आर्टिकल में हमने सिविल इंजीनियरिंग से संबंधित लगभग सभी प्रकार की जानकारियों को दी है इस आर्टिकल में हमने civil engineering in hindi, सिविल इंजीनियरिंग क्या है, सिविल इंजीनियर कैसे बने, सिविल इंजीनियरिंग करने के लिए योग्यता क्या क्या होनी चाहिए, सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद आगे फ्यूचर में जॉब्स के अवसर तथा इसके अतिरिक्त सिविल इंजीनियर की सैलरी के बारे में जानकारी प्राप्त की.

अगर आपने हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ा होगा तो अब तक आपको यह सब पता चल गया होगा और यदि आपने हमारे इस आर्टिकल को नहीं पढ़ा है तो कृपया आपको पहले हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें आपको यह सारी जानकारी मिल जाएगी।

मैं उम्मीद करता हूं दोस्तों हमारा यह आर्टिकल पढ़कर आपको आपके उस प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा जिस को खोजते हुए आप हमारे इस ब्लॉग पर आए थे।

उम्मीद करता हूं दोस्तों आपको हमारा यह आर्टिकल civil engineering in hindi आपको जरूर पसंद आया होगा और हमारे इस आर्टिकल को पढ़कर आपको बहुत कुछ सीखने को मिला होगा.

दोस्तों हमारा यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं यदि हमारे इस आर्टिकल civil engineering in hindi को लेकर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं तथा इसके अलावा यदि आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो वह भी हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।

दोस्तों यदि आप हमसे किसी टॉपिक पर आर्टिकल लिखना चाहते हैं तो हमें नीचे कमेंट करके वह भी बताएं मैं आपकी सहायता के लिए उस टॉपिक पर आर्टिकल जरूर लिखूंगा।

David William

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