AIDS Ka Full Form क्या होता है? | 2023 में AIDS से बचाव कैसे करें?
AIDS Ka Full Form, AIDS Full Form in Hindi, Full Form of AIDS in Hindi, एड्स कैसे फैलता हैं, एड्स के लक्षण, एड्स से बचाव कैसे करें तथा एड्स का उपचार इत्यादि जैसे प्रश्नों के उत्तर आपको इस आर्टिकल में मिल जायेंगें।
दोस्तों अगर आपको भी एड्स से सम्बंधित किसी भी प्रकार की जानकारी को प्राप्त करना है तो आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़े मैं पुरे यकीन के साथ कहता हूँ हमारे इस आर्टिकल को पढ़कर आपको आपके उस प्रश्न का उत्तर मिल जाएगा जिसको खोजते हुए आप हमारे इस ब्लॉग पर आये हैं.
इस आर्टिकल से हम Aids सम्बंधित जानकारियों को ही देने वाले है, मैं वादा करता हूँ हमारे इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको उस प्रश्न का उत्तर मिल जाएगा जिसके लिए आप हमारे इस ब्लॉग पर आये है, आईये शुरु करते है और इसके बारे में जानकारी प्राप्त करते है-
Aids Ka Full Form :-
Aids का पूरा नाम “Acquired Immune Deficiency syndrome” होता हैं। Aids के प्रत्येक शब्द का अपना एक अलग मतलब होता है जिनमे acquired का मतलब है कि आप भी इससे संक्रमित हो सकते है तथा Immune Deficiency हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर बनाती है तथा syndrome एक समूह के लक्षण है जिसकी वजह से बीमारी उत्पन्न होती है।
A | Acquired |
I | Immune |
D | Deficiency |
S | Syndrome |
एड्स HIV नामक एक वायरस से उत्पन्न होता है जब कोई व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित हो जाता है तो उसकी शरीर इस वायरस से लड़ने की कोशिश करता है।
एड्स एक ऐसी बीमारी है जो हमारे शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर देती हैं और इसी वजह से उस व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है, एड्स एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक भी चला जाता है।
अब आप सोच रहे होंगे कि यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक कैसे चला जाता है, यह रोग असुरक्षित संभोग के द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में चला जाता है। इसके बारे और जाकारी आगे दी गयी हैं-
एड्स किस तरह से फैलता है? (AIDS Ka Full Form) :-
अब बात करते हैं कि एड्स किस प्रकार से फैलता है आखिर यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के अंदर कैसे चला जाता हैं।
अगर किसी व्यक्ति को एड्स की बीमारी है या यदि कोई व्यक्ति किस वायरस से संक्रमित है तथा यदि कोई सामान्य व्यक्ति उस संक्रमित व्यक्ति के रक्त के संपर्क में, योनि स्राव तथा उसके वीर्य के संपर्क में आता है तो उस सामान्य व्यक्ति को भी यह रोग हो जाता है अर्थात वह सामान्य व्यक्ति भी इस रोग से संक्रमित हो जाता है।
HIV संक्रमण के कारण :-
- संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित संभोग करने पर।
- माँ के स्तनपान माध्यम से भी यह फैलता हैं।
- गहरी मौखिक चुम्बन तथा सेक्स क्र द्वारा।
- हाइपोडर्मिक इंजेक्शन के प्रयोग से।
- संक्रमित दाता से प्राप्त दान अंग के माध्यम से।
एड्स के लक्षण :-
एड्स के बहुत से लक्षण होते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार से हैं-
जब कोई व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित होता है तो लंबे समय तक उसे पता नहीं चलता फिर बाद में धीरे-धीरे उस व्यक्ति को सर्दी, जुकाम या फिर विषाणु बुखार हो जाता है इससे कोई अनुमान नहीं लगा सकता कि वह व्यक्ति एचआईवी से संक्रमित हैं क्योंकि यह एक आम बीमारी की तरह होती है क्यूंकि सर्दी जुखाम या फिर बुखार तो सबको आता रहता है परंतु इस रोग से संक्रमित व्यक्ति का शरीर धीरे-धीरे फैलने लगता है जब यह संक्रमण पूरे शरीर में फैल जाता है तब इस बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं परंतु इसमें बहुत टाइम लगता है कभी-कभी तो इसमें 10 साल या इससे ऊपर भी लग जाते हैं।
एचआईवी के कुछ प्रारंभिक लक्षण इस प्रकार से है-
- इस रोग से संक्रमित होने के बाद व्यक्ति को बार-बार जुखाम होने लगता है।
- जिस व्यक्ति को यह होता है उसको लगातार खांसी आने लगती है।
- सिर में दर्द होने लगता है।
- थकान सी लगी रहती है।
- शरीर का वजन बहुत ही कम हो जाता है अर्थात शरीर के वजन में गिरावट आ जाती है।
- खाना नहीं खाने का मन करता।
- शरीर पर निशान बनना आदि इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं।
जैसा कि मैंने आपको ऊपर बताया की एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति मैं कौन-कौन से लक्षण होते हैं यह सभी लक्षण एक सामान्य व्यक्ति को भी हो सकते हैं, वह व्यक्ति एचआईवी संक्रमण से संक्रमित है कि नहीं या तो केवल परीक्षण करनेेेे के बाद ही पता चलता है अगर आप को भी यह सारे लक्षण दिखाई पड़े तो आप पहले अस्पताल में जाकर इसका परीक्षण करवाएं।
एड्स का उपचार? (Treatment of AIDS) :-
एड्स के उपचार में एंटी रेट्रोवाईरल थेरेपी दवाईयों का प्रयोग किया जाता हैं, जिकना मुख्य उद्देश्य शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना, एचआईवी के संक्रमण को कम करना तथा इससे संक्रमित लोगों को ठीक करना होता है, इससे बचाव के लिए डॉक्टर नई-नई दवाइयों की खोज कर रहे हैं परंतु यदि इससे दूर रहकर बचाव किया जा सके तो इससे बड़ा उपचार कोई नहीं है।
एड्स से बचाव कैसे करें? :-
एड्स से बचाव के लिए सामान्य व्यक्ति को उससे संक्रमित व्यक्ति के वीर्य, योनि स्राव तथा रक्त संबंध में आने से बचना चाहिए तथा इसके अलावा और भी बहुत सी प्रकार की सावधानियां बरतनी चाहिए जो निम्नलिखित प्रकार से है-
- इंजेक्शन लगवाते समय हमेशा नयी इंजेक्शन का प्रयोग करवाना चाहिए क्योंकि हो सकता है पहले वाला इंजेक्शन एचआईवी संक्रमित हो।
- दाढ़ी या बाल कटवाते समय हमेशा में नये ब्लेड का उपयोग कराना चाहिए।
- एक से अधिक लोगों के साथ योन संबंध नहीं बनाना चाहिए।
- संक्रमित साथी के साथ योन संबंध नहीं बनाना चाहिए और यदि संबंध बना रहे हो तो कंडोम का प्रयोग करना चाहिए।
- खून को जांच करा कर ही चढ़वाना चाहिए क्योंकि हो सकता हैं खून को देने वाला व्यक्ति एचआईवी संक्रमित रहा हो।
आज के समय में भारत में एड्स बीमारी के फैलने की सबसेे बड़ी वजह अशिक्षा है क्योंकि अशिक्षित व्यक्ति बिना देखे पुराने इंजेक्शन का प्रयोग करवा लेतेे हैं तथा खून को चढ़ाते समय यह भी नहीं चेक करवाते की खून एचआईवी संक्रमित हैं या नहीं है तथा इन सबके अलावा सबसे बड़ी वजह योनि संबंध है यहां पर अक्सर लोग यौन संबंध बनाते समय कंडोम का प्रयोग नहीं करते हैं तथा यदि संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बना लेते हैं जिससे उस व्यक्ति को भी यह रोग हो जाता है और यह रोग ऐसे ही एक दूसरे से फैलता रहता है।
FAQ :-
एड्स कौन सा रोग है?
एड्स, HIV नामक एक वायरस से उत्पन्न होता है जब कोई व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित हो जाता है तो उसकी शरीर इस वायरस से लड़ने की कोशिश करता है। एड्स एक ऐसी बीमारी है जो हमारे शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर देती हैं और इसी वजह से उस व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है।
एड्स से कैसे बचा जा सकता है?
एड्स से बचाव के लिए सामान्य व्यक्ति को HIV वायरस से संक्रमित व्यक्ति के वीर्य, योनि स्राव तथा रक्त संबंध में आने से बचना चाहिए।
एड्स कितने दिन में होता है?
इस रोग से संक्रमित व्यक्ति का शरीर धीरे-धीरे फैलने लगता है जब यह संक्रमण पूरे शरीर में फैल जाता है तब इस बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं परंतु इसमें बहुत टाइम लगता है कभी-कभी तो इसमें 10 साल या इससे ऊपर भी लग जाते हैं।
एड्स भारत में कब आया?
एड्स भारत में एड्स का पहला मामला सन 1986 में तमिलनाडु शहर में आया था, जिसमे इसका पहला मामला पाया गया वह एक सेक्स वर्कर थी।इसके बाद अगले साल इसी के 135 मामलें सामने आये।
कितने लोगों से संबंध बनाने से एचआईवी होता है?
अगर कोई व्यक्ति इसके वायरस से संक्रमित है तथा अगर आपने उसके साथ सिर्फ एक बार ही असुरक्षित यौन संबंध बना लिया तो आपकी एचआईवी वायरस से संक्रमित होने की 100 प्रतिशत संभावना होती हैं।
आज आपने क्या सीखा :-
दोस्तों आज के इस आर्टिकल की मदद से हमने एड्स से संबंधित जानकारी को प्राप्त किया इस आर्टिकल के अंदर हमने aids ka full form, एड्स से कैसे बचा जाए, एड्स के उपचार, एड्स के लक्षण तथा एड्स से बचाव के बारे में जानकारी प्राप्त की।
उम्मीद करता हूं दोस्तों हमारा यह आर्टिकल aids ka full form आपको जरूर पसंद आया होगा और हमारे इस आर्टिकल को पढ़कर आपको जरूर कुछ ना कुछ नया सीखने को मिला होगा।
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