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SIM Ka Full Form क्या होता है? | SIM क्या होती है?

SIM Ka Full Form, SIM Full Form in Hindi, SIM Full Form in English, Full Form of SIM in Hindi, Meaning of SIM in Hindi, What is SIM in Hindi, SIM Kya Hoti Hai, Prepaid Sim, PostPaid Sim इत्यादि जैसे प्रश्नों के उत्तर आपको इस आर्टिकल में मिल जाएंगे।

यदि आप सिम से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए हमारे इस ब्लॉग पर आए हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आ गए हैं। आज इस आर्टिकल में हम सिम से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियों को देने वाले हैं बस आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। 

मैं वादा करता हूं हमारा यह आर्टिकल पढ़कर आपके मन में सिम से संबंधित जितने भी प्रश्न होंगे आपको उन सारे प्रश्नों के उत्तर मिल जाएंगे, चलिए शुरू करते हैं और सिम के बारे में डिटेल्स में जानकारी प्राप्त करते हैं-

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SIM Ka Full Form :-

SIM का फुल फॉर्म “Subscriber Identity Module” होता हैं जिसे हम हिंदी भाषा में ‘ग्राहक पहचान माड्यूल’ भी कहते हैं।

S Subscriber
I Identity 
M Module

SIM का फुल फॉर्म क्या होता है? (SIM Full Form) :-

सिम 3 शब्द से मिलकर बना हैं इन तीनो शब्दो का फुल फार्म “ग्राहक पहचान माड्यूल” होता है।

S Subscriber ग्राहक
I Identity पहचान
M Module माड्यूल

SIM Full Form in Hindi :-

जैसा कि ऊपर मैंने आपको बताया सिम का फुल फॉर्म क्या होता है उसे पढ़कर अब तक आपको यह पता चल गया होगा कि Sim Ka Full Form Subscriber Identity Module” होता हैं जिसे हम हिंदी भाषा में ग्राहक पहचान मॉड्यूल” भी कहते हैं।

सिम ग्राहक पहचान मॉड्यूल

SIM क्या है? (What is SIM in Hindi):-

सिम प्लास्टिक का एक टुकड़ा होता है जिसमें एक इंटीग्रेटेड चिप लगी होती है जिसका कार्य मोबाइल को पढ़ना होता है। सिम के आकार की बात की जाए तो यह मेमोरी कार्ड के जैसे ही होता है, एक सिम कार्ड में थोड़ी बहुत मेमोरी भी उपलब्ध होती है जो कुछ मैसेजेस तथा कई कांटेक्ट को सेव करके रख सकता है। 

यदि आप मोबाइल चलाते होगे तो आपको पता होगा कि सिम के बिना आप ना कहीं कॉल कर सकते हैं, ना कहीं मैसेज भेज सकते हैं और ना ही इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं। 

यदि आप किसी को मैसेज भेजना चाहते हैं या किसी को कॉल करना चाहते हैं तो आपके मोबाइल फोन में सिम लगा होना बहुत ही आवश्यक होता है तभी आप यह सारा काम कर पाएंगे अन्यथा नहीं कर पाएंगे। 

शुरुआत में सिम का आकार एटीएम कार्ड या क्रेडिट कार्ड जितना बड़ा ही था परंतु धीरे-धीरे इसके आकार को कम किया गया, आज के समय में मिनी और माइक्रो सिम भी आने लगे हैं जो आकार में अत्यंत ही छोटा होता है।

Prepaid Sim क्या है :-

प्रीपेड के नाम से ही पता चल रहा है कि इसका मतलब पहले पैसा होता है। यह एक ऐसी सिम होती है जिसमें आपको कॉलिंग, मैसेजिंग तथा इंटरनेट के उपयोग करने से पहले पैसा यानी कि रिचार्ज करवाना पड़ता है। 

कहने का मतलब अपने मोबाइल फोन में कालिंग, मैसेजिंग तथा इंटरनेट सुविधा का आनंद लेने के लिए आपको पहले ही अपने सिम को रिचार्ज कराना पड़ता है तभी आप इन सेवाओं का आनंद ले सकते हैं।

Postpaid Sim क्या है :-

पोस्टपेड शब्द के नाम से ही पता चल रहा है कि इसका मतलब पैसा बाद में होता हैं। पोस्टपेड सिम एक ऐसी सिम होती है जिसमें कॉलिंग, मैसेजिंग तथा इंटरनेट सुविधा का आनंद आप पहले ले सकते हैं तथा बाद में महीने के अंत में आपसे पैसा लिया जाता है।

मतलब यह एक ऐसी सिम होती है जिसमें आप कॉलिंग, मैसेजिंग तथा इंटरनेट सेवाओं का आनंद रिचार्ज से पहले ही उठा सकते हैं तथा आपके द्वारा यूज किए गए कॉलिंग, मैसेजिंग तथा इंटरनेट सेवाओं के आधार पर ही महीने के अंत में आपसे उसका पैसा लिया जाता है। 

SIM के प्रकार (Types of SIM in Hindi) :-

सिम कार्ड दो प्रकार का होता है, दोनों निम्न प्रकार से हैं-

  1. GSM (Global System for Mobile Network)
  2. CDMA (Code Division Multiple Access)

1. GSM (Global System for Multiple Network) :-

आज के समय में ज्यादातर GSM सिम का ही उपयोग किया जा रहा हैं, यह सिम सभी प्रकार के मोबाइल फ़ोन में आसानी से लग जाते हैं।

शुरुआत में जब मिनी सिम नहीं आई थी तो इसी सिम का ही उपयोग किया जाता था और ये सिम सभी फ़ोन में बहुत ही आसानी के साथ लग जाते थे।

उदहारण :- जैसे मान लो आपके फ़ोन की बैटरी ख़तम हों गयी तथा आपको कही जरुरी कॉल करनी हैं तथा जहाँ पर कॉल करनी हैं उसका नम्बर आपके सिम कार्ड में हैं तो आप क्या करोगे? 

आप अपनी सिम को निकाल के किसी और के फ़ोन में लगाएंगे और फिर कॉल करेंगे, आपकी सिम दूसरे फ़ोन में लग गयी इसी तरह के सिम कार्ड को GSM सिम कहते हैं। यह सिम GSM सिम का एक उदाहरण हैं। 

2. CDMA (Code Division Multiple Access) :-

इस सिम का उपयोग हम सभी फ़ोन में नहीं कर सकते हैं मतलब यह सिम सभी फ़ोन में नहीं लगता हैं। CDMA सिम मोबाइल फ़ोन के साथ ही लगी हुयी ही मिलती हैं, CDMA सिम को हम मोबाइल फ़ोन के बाहर नहीं निकाल सकते हैं। जिस कंपनी का फ़ोन होता हैं उसी कंपनी की सिम भी होती हैं।

उदहारण :- रिलायंस कंपनी ने 1500 रुपए में एक फोन लॉन्च किया है जिसके साथ उसकी सिम भी उसी में लगी हुई मिलती हैं। 

आप इस फ़ोन में किसी और सिम को नहीं चला सकते हैं और ना ही इसमें लगी हुईं सिम को किसी और फ़ोन में चला सकते हैं। इस फ़ोन में लगी हुयी सिम CDMA सिम का एक उदाहरण हैं।

सिम का अविष्कार कब हुआ था :-

सिम का अविष्कार सन 1991 में एक जर्मन कंपनी के द्वारा किया गया था। 

सिम का अविष्कार किसने किया :-

सिम का अविष्कार जर्मन के दो वैज्ञानिक जिसेक और डेविएन्ट  के द्वारा किया गया था। 

सिम का अविष्कार किस कंपनी ने किया था :-

सिम का अविष्कार जर्मन की एक कंपनी ने किया था जिसेक और डेविएन्ट ने मिलकर सन 1991 में सर्वप्रथम GSM सिम का अविष्कार किया था। 

सन 1991 में जब जिसेक और डेविएन्ट ने सिम का अविष्कार किया था तो उस समय केवल 300 सिमकार्ड ही बनाये थे।  सिम का निर्माण करने के बाद इन्होंने फ़िनलैंड की वायरलेस नेटवर्क ऑपरेटर कंपनी रेडिओलिंजा को बेच दिया था।

सिम कहाँ पर मिलती है :-

यदि आप सिम खरीदना चाहते हैं तो किसी मोबाइल की दुकान पर जाये तथा जिस कंपनी की सिम आपको चाहिए मोबाइल की दुकान पर उस कंपनी का नाम बता कर वहां से सिम को प्राप्त कर सकते हैं। 

सिम की बहुत सी कंपनियां होती है जैसे एयरटेल, आइडिया, बीएसएनल, जिओ, वोडाफोन इत्यादि, आपको इनमें से जिस कंपनी की सिम चाहिए दुकान पर उस कंपनी का नाम बता कर उस कंपनी की सिम ले सकते हैं। 

सिम लेने के लिये हमारे पास क्या होना चाहिए :-

आप सिम लेने जा रहे हैं तो आपकी उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। सिम खरीदने के लिए आपको अपनी एक आईडेंटिटी तथा एक पासपोर्ट साइज फोटो भी लेकर जाना होता हैं, आइडेंटिटी में आप अपना आधार कार्ड, वोटर आईडी या फिर पैन कार्ड भी लगा सकते हैं तथा इसके अलावा आपकी एक पासपोर्ट साइज फोटो भी लगेगी।

सिम कार्ड की विशेषताएं :-

सिम कार्ड की बहुत सी विषेशताएं होती है हम उनमें से आपको कुछ मुख्य विशेषताओं के बारे में बताएंगे-

  • सिम का साइज बहुत ही छोटा होता है जिससे हमें सिम को रखने तथा उपयोग करने में आसानी होती है। 
  • किसी कारणवश मोबाइल फोन के खराब हो जाने या बैटरी खत्म हो जाने की स्थिति में सिम को हम दूसरे फोन में भी एक्टिवेट कर सकते हैं। 
  • सिम की चोरी या किसी कारणवश सिम खराब हो जाने पर उसी नंबर की सिम दोबारा भी ले सकते हैं।
  • आप एक ही सिम का उपयोग पूरे विश्व भर में कर सकते हैं परंतु अलग-अलग स्थानों पर सिम के अलग-अलग चार्ज भी लगते हैं। 
  • आप एक ही नंबर का उपयोग पूरी लाइफ भर कर सकते हैं जिससे आपको नंबर बदलने की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता हैं। 

SIM ICCID नम्बर क्या है :-

जब आप कोई नयी सिम लेते हैं या फिर आपने देखा होगा कि सिम के ऊपर कुछ अंक लिखे होते हैं, क्या आपने कभी सोचा है कि वह अंक क्या होता है तथा क्यों लिखे होते हैं? 

सिम के ऊपर जो अंको के रूप में एक नंबर लिखे होते हैं उससे हम sim iccid number कहते हैं, उस नंबर के द्वारा हम यह पता लगा सकते हैं कि यह नंबर किसके नाम पर है, यह नंबर किस एरिया से इस्तेमाल किया जा रहा है तथा यह किस तरह के नेटवर्क पर काम कर रहा है। ये सब जानकारी हम Sim ICCID Number के द्वारा पता लगा सकते हैं।

सिम से संबंधित कुछ रोचक तथ्य :-

  • शुरुआत में जब सिम का आविष्कार किया गया था तो उस समय केवल 300 सिम को ही बनाया गया था। 
  • पहले सिम का आकार बहुत ही बड़ा होता था यह देखने में डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के जितना बड़ा होता था। 
  • सर्वप्रथम पहली GSM कालिंग सन 1991 में की गई थी। 
  • 9 नवंबर सन 1992 में नोकिया मोबाइल में पहले सिम कार्ड का इस्तेमाल किया गया था। 
  • सन 1993 में सिम द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को मैसेज भेजा गया था। 
  • नैनो सिम को सर्वप्रथम पहली बार सन् 2012 में पेश किया गया था। 
  • eSIM (Embedded Subscriber Identity Module) को 2013 में लांच किया गया था।

FAQ :-

SIM का फुल फॉर्म क्या है?

SIM का फुल फॉर्म “Subscriber Identity Module” होता हैं।  

सिम का हिंदी नाम क्या है?

सिम को हिंदी भाषा में ‘ग्राहक पहचान माड्यूल’ के नाम से जाना जाता हैं।

सिम का दूसरा नाम क्या है?

SIM, “Subscriber Identity Module” का लघु रूप हैं, सिम को हम ‘Subscriber Identity Module‘ के नाम से भी जानते हैं। यही इसका दूसरा नाम भी हैं।

आज आपने क्या सीखा :-

आज इस आर्टिकल में हमने सिम से संबंधित बहुत-सी जानकारियों को प्राप्त किया, इस आर्टिकल में हमने सिम का फुल फार्म, सिम क्या है, सिम कितने प्रकार का होता है, सिम की विशेषताएं तथा इसके अलावा सिम से संबंधित और भी बहुत सी प्रकार की जानकारियों को प्राप्त किया। 

अगर आपने हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ा होगा तो अब तक आपको सिम से संबंधित बहुत सी प्रकार की जानकारियां अवश्य प्राप्त हुई होंगी।

दोस्तों हमारा यह आर्टिकल sim ka full form आपको कैसा लगा हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं तथा यदि हमारे इस आर्टिकल से संबंधित आपके मन में किसी भी प्रकार का कोई प्रश्न है तो वह भी हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। 

यदि आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं या आप हमसे बात करना चाहते हैं तो वह भी हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं, मुझे आपके फीडबैक का इंतजार रहेगा। 

 दोस्तों अगर आपको हमारा यह आर्टिकल sim ka full form अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ तथा सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी शेयर करें (धन्यवाद)

David William

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