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RBI का फुल फॉर्म क्या होता है? | RBI Full Form in Hindi

RBI Ka Full Form, RBI Full Form in Hindi, RBI Full Form in English, What is RBI in Hindi, RBI Kya Hai, आरबीआई की स्थापना, RBI के गवर्नर, आरबीआई के कार्य इत्यादि जैसे प्रश्नों के उत्तर आपको इस आर्टिकल में मिल जायेंगें।

क्या आप आरबीआई का फुल फॉर्म या आरबीआई से सम्बंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए यहाँ पर आये है, यदि आप आरबीआई से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए हमारे इस ब्लॉग पर आए हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आ गए है बस आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। 

आज इस आर्टिकल में हम आरबीआई से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियों को देने वाले है, मैं वादा करता हूं हमारा यह आर्टिकल पढ़कर आपके मन में आरबीआई से संबंधित जितने भी प्रश्न होंगे आपको उन सारे प्रश्नों के उत्तर मिल जाएंगे। तो चलिए फिर शुरू करते हैं और आरबीआई के बारे में डिटेल में जानकारी प्राप्त करते है। 

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RBI Ka Full Form :-

RBI का फुल फॉर्म “Reserve Bank of India” होता है जिसे हम हिंदी भाषा में ‘भारतीय रिजर्व बैंक‘ भी कहते हैं, आरबीआई भारत का केंद्रीय बैंक है जिसे बैंकर बैंक के रूप में भी जाना जाता है। 

R Reserve
B Bank of 
I India

RBI Full Form in English :-

RBI Ka Full Form ‘Reserve Bank of India‘ होता हैं। 

  • R – Reserve 
  • B – Bank of
  • I  – India

RBI Full Form in Hindi :-

आरबीआई का पूरा नाम रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया होता है जिसे हम हिंदी भाषा में ‘भारतीय रिजर्व बैंक‘ कहते हैं। 

आर रिजर्व
बी बैंक
आई भारतीय

आरबीआई क्या है? (What is RBI in Hindi) :-

आरबीआई भारत का केंद्रीय बैंक है, आरबीआई को हम बैंकर बैंक के रूप में भी जानते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक, भारत सरकार की मौद्रिक और अन्य प्रकार की बैंकिंग नीतियों को नियंत्रित करता है। आरबीआई भारत में उपस्थित सारी मुद्राओं का हिसाब रखती है।

आरबीआई मुद्रा छापने का कार्य भी करते हैं अर्थात इस बैंक द्वारा हमारे देश की मुद्रा को छापा जाता है, आरबीआई बैंक को भारत के प्रधानमंत्री द्वारा कंट्रोल किया जाता है। भारतीय रिजर्व बैंक भारत में उपस्थित सभी बैंकों का संचालन करता है इसीलिए हम इसे बैंकों का बैंक भी कहते हैं, पूरे विश्व भर में इसके 29 ऑफिस उपस्थित है। 

RBI “Asian Clearing Union” का एक सदस्य भी है, पहले इस बैंक का नाम ‘The Imperial Bank of India‘ (IBI) था। 

आरबीआई की स्थापना कब हुई :-

अधिनियम 1934 के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक अर्थात आरबीआई की स्थापना 1 अप्रैल सन 1935 ईस्वी में हुई थी। 

आरबीआई की स्थापना किसने की थी :-

ब्रिटिश राज के शासनकाल में ही आरबीआई की स्थापना हुई थी, ब्रिटिश राज में यह निजी स्वामित्व वाला बैंक था परंतु भारत के स्वतंत्रता के बाद 1 जनवरी सन 1949 ईस्वी में इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया गया तथा उसके बाद से इस पर भारत का पूर्ण स्वामित्व हो गया। 

आरबीआई का राष्ट्रीयकरण :-

1 जनवरी सन 1949 ईस्वी में आरबीआई का राष्ट्रीयकरण किया गया था। 

आरबीआई का पुराना नाम :-

आरबीआई बैंक को पहले ‘Imperial Bank of India’ के नाम से जाना जाता था तथा बाद में इसको बदलकर इस बैंक का नाम रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया रख दिया गया। 

भारतीय रिजर्व बैंक कहां पर स्थित है :-

शुरुआत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का मुख्यालय कोलकाता में स्थित किया गया था, तथा बाद में सन 1937 ईस्वी में इसे स्थाई रूप से मुंबई में स्थानांतरित कर दिया गया। आरबीआई कार्यालय वह कार्यालय होता है जहां पर गवर्नर बैठते हैं और जहां पर किसी नीतियों का निर्धारण किया जाता है। 

आरबीआई का उद्देश्य :-

आरबीआई बैंक का उद्देश्य कमर्शियल बैंक, वित्तीय संस्थानों और गैर बैंकिंग वित्तीय फर्मो से मिलकर विभिन्न प्रकार की वित्तीय क्षेत्र की परियोजनाओं पर्यवेक्षण और संचालन करना होता है। 

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का प्रबंधन राष्ट्रीय विनिमय मूल्य की मौद्रिक स्थिरता, आर्थिक विकास सुनिश्चित करने से हैं। यह राष्ट्र की मुद्रा और उसके मुद्रा प्रणाली को उसके पूर्ण लाभ के लिये संचालित करता हैं। 

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर :-

वर्तमान समय में भारतीय रिजर्व बैंक अर्थात आरबीआई के गवर्नर ‘शक्तिकांत दास’ हैं, इन्होंने 11 दिसंबर सन 2018 को आरबीआई के नए गवर्नर पद को ग्रहण किया था। उर्जित पटेल के इस्तीफा देने के बाद इन्हें आरबीआई का नया गवर्नर बनाया गया इनका कार्यकाल 3 साल का होगा। 

आरबीआई के कार्य? (Work of RBI) :-

आरबीआई के बहुत से कार्य होते हैं जिनमें से इनके कुछ मुख्य कार्य नीचे निम्न प्रकार से दिए गए हैं। 

  • आरबीआई के द्वारा भारतीय मुद्रा को छापा जाता है। 
  • आरबीआई बैंक सभी बैंको के लिए कार्य करता है, जिस प्रकार से सभी बैंक जैसे एसबीआई बैंक अपने ग्राहकों के लिए कार्य करते हैं उसी प्रकार से आरबीआई सभी बैंकों के लिए कार्य करता है। 
  • आरबीआई सभी बैंको का अकाउंट नंबर रखता है और जरूरत पड़ने पर उन बैंकों के लिए अंतिम ऋणदाता के रूप में कार्य करता है अर्थात आरबीआई सभी बैंक को कर्ज भी देता है। 
  • आरबीआई विदेशी मुद्रा के भंडार का संरक्षक के रूप में भी कार्य करता है। 
  • आरबीआई  के द्वारा बैंक व्यवस्था का नियमन व नियंत्रण भी किया जाता है

इन सबके अलावा और भी बहुत से ऐसे कार्य होते हैं जो भारतीय रिजर्व बैंक अर्थात आरबीआई के द्वारा किया जाता है। 

आरबीआई से संबंधित कुछ रोचक तथ्य :-

आरबीआई से संबंधित कुछ रोचक तथ्य निम्न प्रकार से है-
  • क्या आपको पता है कि आरबीआई का पहले कोई और नाम था, आरबीआई का पहले Imperial Bank of India नाम हुआ करता था। 
  • आरबीआई द्वारा सिर्फ करेंसी नोटों को ही छापा जाता है, जबकि सिक्कों को भारत सरकार के द्वारा बनाया जाता है। 
  • भारत सरकार का वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च होता है जबकि आरबीआई का वित्तीय वर्ष 1 जुलाई से 30 जून होता है। 
  • आरबीआई के नियमानुसार यदि आपके 1 से 20 रूपये तक के नोट यदि 50% से कम फटा हुआ है तो बैंक द्वारा आपको पूरे पैसे दिए जाएंगे और अगर यदि आप का नोट 50% से अधिक फटा है तो बैंक से आपको कुछ भी नहीं मिलेगा। 
  • आरबीआई द्वारा सन 1938, 1954 तथा सन 1978 ईस्वी में 5,000 तथा 10,000 के नोटों को भी छापा गया था। 
  • तार का पेड़ और बाघ आरबीआई के नोट का प्रतीक (logo) होता है। 
  • भारतीय रिजर्व बैंक दो अन्य देशों के केंद्रीय बैंक के रूप मे भी काम कर चुका हैं, और वो दो देश म्यांमार तथा पाकिस्तान हैं। 
  • भारतीय रिजर्व बैंक 1947 तक म्यांमार तथा 1948 तक पाकिस्तान का केंद्रीय बैंक भी रह चुका है। 
  • भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह जी भी आरबीआई के गवर्नर रह चुके हैं। 
  • KG Ambegaonkar तथा Osborn Orkal Smith, भारतीय रिजर्व बैंक के दो ऐसे गवर्नर रह चुके हैं जिन्हें कभी नोटों पर सिग्नेचर करने का मौका नहीं मिला।
  • आरबीआई की स्थापना सन 1935 ईस्वी में तथा सन 1949 ईस्वी में इस बैंक का राष्ट्रीयकरण किया गया। 
  • ब्रिटिश राज में ही आरबीआई की स्थापना हुई थी। 
ये सारे आरबीआई से संबंधित कुछ रोचक तथ्य थे जिनके बारे में शायद आपको पहले से नहीं पता रहा होगा। इन सबके अलावा आरबीआई से संबंधित और भी बहुत सी ऐसी बातें हैं जिनके बारे में शायद आपको नहीं पता होगा। 

FAQ :-

आरबीआई की फुल फॉर्म क्या होती है?

RBI का फुल फॉर्म “Reserve Bank of India” होता है जिसे हम हिंदी भाषा में ‘भारतीय रिजर्व बैंक‘ के नाम से जानते हैं।

वर्तमान में भारत का गवर्नर कौन है?

वर्तमान समय में भारतीय रिजर्व बैंक अर्थात आरबीआई के गवर्नर ‘शक्तिकांत दास’ हैं।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया क्या क्या कार्य करता है?

आरबीआई के बहुत से कार्य होते हैं जैसे – 

  • आरबीआई विदेशी मुद्रा के भंडार का संरक्षक के रूप में भी कार्य करता है। 
  • आरबीआई  के द्वारा बैंक व्यवस्था का नियमन व नियंत्रण भी किया जाता है। 
  • आरबीआई के द्वारा भारतीय मुद्रा को छापा जाता है।

इसके बारे में ऊपर मैंने डिटेल्स में जानकारी दे रखी है।

RBI गवर्नर की नियुक्ति कौन करता है?

RBI गवर्नर की नियुक्ति वित्त मंत्री की सलाह पर प्रधानमंत्री के द्वारा की जा रही है।

सरकार के बैंकर के रूप में कौन सा बैंक कार्य करता है?

सरकार के बैंकर के रूप में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), बैंक कार्य करता है।

निष्कर्ष :-

दोस्तों यह थी आरबीआई से संबंधित जानकारी जिसके बारे में हमने इस आर्टिकल में डिटेल्स में जाना, अगर आपने इस आर्टिकल को पूरा पढ़ा होगा तो अब तक आपको यह पता चल गया होगा कि आरबीआई क्या है तथा आरबीआई का काम क्या होता है। 

आज आपने क्या सीखा :-

आज इस आर्टिकल में हमने आरबीआई से संबंधित बहुत ही प्रकार की जानकारियों को प्राप्त किया इस आर्टिकल में हमने आरबीआई का फुल फार्म, आरबीआई क्या है, आरबीआई की स्थापना कब तथा किसके द्वारा हुई, आरबीआई के कार्य तथा इसके अलावा आरबीआई से संबंधित और भी बहुत सी जानकारियों को प्राप्त किया। 

दोस्तों अगर आपने हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ा होगा तो अब तक आपको आरबीआई से संबंधित बहुत सी जानकारी प्राप्त हुई होंगी तथा मैं आशा करता हूं आपको उस प्रश्न का उत्तर भी मिल गया होगा जिसके लिए आप हमारे इस ब्लॉग पर आए थे। 

हमारा यह आर्टिकल RBI Ka Full Form आपको कैसा लगा हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं तथा यदि हमारे इस आर्टिकल पर संबंधित आपके मन में किसी भी प्रकार का कोई प्रश्न है तो वह आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं तथा यदि आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो वह भी कमेंट करके जरूर बताएं। 

दोस्तों यदि आप हमारे इस आरबीआई से संबंधित आर्टिकल पर हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं या आप हमसे बात करना चाहते हैं तो वह भी नीचे कमेंट करके जरूर बताएं,  मुझे आपके फ़ीडबैक का इंतजार रहेगा। 

अगर हमारा यह आरबीआई से संबंधित आर्टिकल आपको पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ तथा सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी शेयर करें। इसी तरह की और नयी-नयी जानकारियों के लिये हमारे इस ब्लॉग www.Hindima.in पर विजिट करते रहें (धन्यवाद)

David William

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